Taj Mahal: भारत से ताजमहल कैसे हुआ गायब, क्यूं अब कोई ताज महल की बात नहीं करता

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Taj Mahal विश्व भर में 7 अजूबे हैं जिसमें से भारत का ताजमहल भी इन सात अजूबों में शामिल होता है। पर ध्यान देने योग्य बातें जो की 2014 के बाद से अब तक भारत भर में और विश्व भर में अब ताजमहल का नाम नहीं आता, आखिर वजह क्या है कि अचानक से ताज महल गायब सा हो गया? क्या भारत में ताजमहल है या फिर अब कोई ताजमहल की बात करना नहीं चाहता। क्या इसके पीछे वजह है? या फिर किसी को पता ही नहीं की ताजमहल है भी या नहीं।

भारत का प्रसिद्ध राज्य उत्तर प्रदेश जहां पर यमुना नदी के किनारे बना आगरा का Taj Mahal जो की सफेद संगमरमर के पत्थरों से बना बड़ा ही खूबसूरत सरताज की डिजाइन में बनाया। विश्व भर के 7 अजूबे में शामिल ताजमहल जो की मुगल सम्राट के शाहजहां जिन्होंने अपनी पत्नी मुमताज की याद में Taj Mahal का निर्माण कराया था जो वर्तमान में आगरा उत्तर प्रदेश भारत में स्थित है।

यह भी पड़ेBageshwar Dham Sarkar: रातों-रात बागेश्वर धाम सरकार ने गरीब बुजुर्ग को नई ऑटो दिलाई

ताज महल इसके बारे में छोटा सा बच्चा भी बता सकता है कि Taj Mahal का निर्माण किसने किया और इसका इतिहास क्या है? सबको पता है पर हाल ही में एक पुलिस ऑफिसर ने अनोखे अंदाज में सभी को ईद की राम-राम करी और इसे देखकर सोशल मीडिया हैरान और हास्यमय हो गई थी। शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में Taj Mahal का निर्माण कराया था लेकिन बहुत सारे लोग हैं जिन्हें नहीं पता आखिर ताजमहल के पीछे उसका इतिहास क्या रहा? शाहजहां की पत्नी मुमताज जिसकी तेरा संतान पहले ही हो चुकी थी, और 14वी संतान जिसका नाम था गोरा बेगम उन्हें मुमताज जन्म देने वाली थी और जन्म देने के पश्चात यानी कि शाहजहां की पत्नी मुमताज चौदहवीं संतान को जन्म देने वाली थी तभी संतान गोरा बेगम को जन्म देते समय मुमताज की मृत्यु हो जाती है जिसके बाद शाहजहां को इस बात का बेहद दुख होता है, गम होता है जिसकी वजह से लगभग साल भर शाहजहा इस दुख में डूबे रहते। उसके बाद 1632 में ताजमहल का कार्य शुरू होता है पर यह सफर इतनी जल्दी खत्म नहीं होता क्योंकि ताजमहल को बनने के लिए पूरे 22 साल लग गए थे। और लगे भी थे क्योंकि जब ताजमहल बना तो बेहद ही खूबसूरत था जो कि अभी वर्तमान में सात अजूबों में Taj Mahal का नाम शामिल होता है और कहा जाता है की ताजमहल बनाने के लिए लगभग 20 हज़ार मजदूरों का योगदान था तब जाकर इस ताजमहल का निर्माण सफलता पूर्वक पूरा हुआ था।

बहुत सारे लोगों के मन में ख्याल आ रहे हैं की Taj Mahal का नामोनिशान किसने मिटा दिया। पर यह किवंती गलत है, हां अभी वर्तमान में देखा जा रहा है की एक दशक से जिसमें ताजमहल का नाम शामिल नहीं हुआ यानी कि अब तक 2014 से लेकर 2024 तक न्यूज़ चैनलों पर अखबारों में सोशल प्लेटफॉर्म पर Taj Mahal का कहीं पर भी फिलहाल जिक्र नहीं हो रहा। जिसकी वजह से कई कयास लगाए जा रहे कि आखिर ऐसा क्या हुआ जिससे एक दशक से ताजमहल का नाम सामने नहीं आ रहा। पर कहते हैं हर एक चीज का अपना समय होता है और वैसे ही Taj Mahal का समय भी समाप्त हो गया इसलिए.. ना सुर्खियों में नजर आता है ना ही इंसानों की ज़ुबानी पर क्योंकि अब वर्तमान में हालात कुछ और है? जैसे: हीरो हीरोइन पुराने हो जाती है इसी प्रकार इतिहास भी जमाने के साथ अब पुराना लगने लगा है जिसकी वजह से चाहे वह 7 अजूबे में Taj Mahal हो या फिर कोई हॉट एक्ट्रेस सबका एक समय होता है और उसी के जैसे वह भी चीज बासी लगने लगती है जिसका खामियांजा विश्व के 7 अजूबों में शामिल ताजमहल को भी भुगतना पड़ता है। जिसकी वजह से अलग-अलग विचार मन में आए जाते हैं जैसे ताजमहल का नामोनिशान कैसे मिट गया पर ऐसा है नहीं और यह गलत साबित होता है।

यह भी पड़े: Find My Device: फोन की इस सेटिंग को ऑन करें और गुम हुए या चोरी हुए फोन को तुरंत ट्रेस करें, वो कैसे तो यहां देखें

राजनीतिक बातें करें तो Taj Mahal अब गायब है और समय के अनुसार विचार करें तो यह एक साजिश जैसे लगती है पर यह दोनों विषय ही अचंभित विचार योग्य नहीं है। क्योंकि ऐसा हरकिश नहीं है कि ताजमहल को कोई गायब कर दे जो छोटा सा कोई टुकड़ा हो या फिर कोई ऐसी साजिश कर दे जिसकी वजह से ताजमहल पूरी दुनिया से हट जाए। पर यह दोनों पर विचार करना मूर्खता कहलाएगा, क्योंकि विश्व भर में सात अजूबे और अजूबे जब सैकड़ो देश में से किसी 7 का चुनाव कर के उनकी खूबियों को ढूंढ कर निकाल कर जब उस पर सील ठप्पा लगाया जाता है कि विश्व के सात अजूबे तो फिर कैसे यह संभव है कि किसी भी वस्तु को गायब या फिर साजिश करना उतना आसान हो सकता है जितना कठिन की दुनिया को सात अजूबे ढूंढने के लिए समय लगा हो तो यह विषय इस बात की गवाही देता है कि ऐसा ना कभी हो सकता है ना ऐसा कोई कर सकता है। हां अभी कुछ सालों में या देखने को जरूर मिला है कि Taj Mahal की ना बात हो रही है ना कोई चर्चा है ना ही कहीं तस्वीर साझा हो रही जिसकी वजह से ऐसे कयास लगाए जा सकते हैं और लगाना या फिर ऐसे विचार आना यह संभवत है क्योंकि इंसान जो देखते, सुनते आया अगर उसे अचानक से चीज ना दिखाई दे, जैसे कि Taj Mahal के बारे में तो वह थोड़ा सोचने पर मजबूर हो सकता है और मानव होने नाते इतिहास की संरचना जिसकी बदौलत देश दुनिया में जाने वाला Taj Mahal उसका ख्याल आना एक जुड़ाव है और उसकी रक्षा करना मानव काधर्म है 

See also this post:

Leave a Comment

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now