Hindi Diwas भारत की मातृभाषा हिंदी और आज हिंदी दिवस है लेकिन Hindi Day आखिर भारत में क्यों मनाया जाता है जबकि भारत की तो मातृभाषा हिंदी यह सवाल सभी भारतवासियों के लिए पैदा होता है। अब यह जानना जरूरी है की हिंदी दिवस मनाने के पीछे उद्देश्य क्या था, और हिंदी दिवस आखिर मनाया कैसे जाता है? क्या भारत में हिंदी दिवस मनाने का कोई महत्व है या फिर बस जैसे हर विषय का एक अपना दिन होता है ऐसे ही हिंदी दिवस को भी घोषित कर दिया आज हम जानेंगे हिंदी दिवस के बारे में क्योंकि आज भारतवर्ष भर में Hindi Diwas को धूमधाम से मनाया जा रहा है।
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हिन्दी दिवस मनाने के पीछे कारण
Hindi Day 2024 प्रत्येक वर्ष भारत भर मैं 14 सितंबर यानी कि आज के दिन मनाया जाता है आखिर क्यों? पूरे भारत में तो सभी ज्यादातर हिंदी भाषा में बात करते हैं, ऐसा हो सकता है कि महाराष्ट्र में मराठी बोलते हो, यूपी में बिहारी बोलते हो, भोजपुरी बोलते हो, पंजाब में पंजाबी बोलते हैं हर शहर, राज्य की अपनी एक भाषा है। जो एक दूसरे को जोड़ती है पर बात है कि Hindi Diwas मनाने के पीछे कारण क्या है। तो उस कारण को जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि हिंदी दिवस मनाने की कुछ मुख्य गतिविधियां जिससे यह दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है।
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सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे स्कूल हो, कॉलेज हो, संस्थाएं हो, कवि सम्मेलन हो, नाटक, गायन और नृत्य प्रतियोगिताएं ऐसी कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित की जाती है जिसमें हिंदी बोली भाषा का प्रयोग किया जाता है। मतलब एक साधारण सी भाषा को अनपढ़, पढ़ा लिखा इंसान भी समझ पाता है। और भी ऐसे कई कारण है जैसे कि निबंध वाद-विवाद, सेमिनार, कार्यशालय पुस्तक शिक्षा की हो, पढ़ने योग्य हो, नॉलेज हो हर प्रकार की चीजों में हिंदी शब्द का उपयोग किया जाता है और सबसे बड़ी बात है फिल्मकार की जहां फिल्मों में भी हिंदी भाषा का उपयोग किया जाता है और फिर रहा सवाल निजी जीवन जहां सबसे ज्यादा हिंदी भाषा का उपयोग किया जाता है। कुछ अभियान भी होते कानूनी नियम के जहां भी हिंदी भाषा का ही उपयोग किया जाता है। इसलिए यह भाषा महत्वपूर्ण हो जाती है कि भारत में अनेक प्रकार की भाषा तो है समझने का भी बोलने का भी और सब का एक अपना अपना तरीका है पर जो एक दूसरे को जोड़ सके, जिससे देश का नाम रोशन हो सके वह अकेली भाषा है हिंदी इसलिए यह भाषा (Hindi Diwas) अति महत्वपूर्ण हो जाती है देश के लिए और दिवस के लिए इसलिए 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने अपना निर्णय लिया था कि Hindi Day के रूप में हिंदी भाषा का दिन मनाया जाएगा। क्योंकि यह निर्णय तो 1949 में ले लिया था। पर संविधान सभा ने इसे घोषित नहीं किया, जो कि पूरे 4 वर्षों के पश्चात सन 1953 में पूरे भारतवर्ष में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस मनाने के रूप में घोषणा होती है इसलिए आज के दिन 14 सितंबर को Hindi Diwas धूमधाम से मनाया जाता है।
हिंदी दिवस कैसे मनाएं?
दीपावली का पर्व या फिर भाई बहन का त्यौहार, रक्षाबंधन जो हाल ही में गया अब आगे है हिंदी दिवस तो विचार आता है कि यार इसे कैसे सेलिब्रेट किया जाए कैसे मनाया जाए अब इसके नियम क्या होंगे और हमें क्या फॉलो करना होगा तो इसके लिए मैं आपको कुछ साधारण से सरल आम भाषा में आम जिंदगी में उपयोग किए जाने वाले कुछ पॉइंट है वह आपको बताने वाले जिससे आप Hindi Diwas को मना सकते हैं।
Hindi Diwas Ki Shubhkamnaye अगर आप भारतीय देश-विदेश में हो और आप Hindi Day मनाना चाहते हो तो आपको हिंदी भाषा के प्रति इस दिन सिर्फ हिंदी भाषा में बात करना होगा और उसके प्रति गौरव की आत्मसम्मान की भाषा रक्षा की स्वयं को जिम्मेदारी उठाते हुए जैन जन Hindi Diwas Speech जैसे आप जहां तक भी बात कर सको पहुंचा सके, वहां तक इस दिवस और भाषा के महत्व को समझना होगा इस प्रकार आप Hindi Diwas मनाने जा सकते हो।
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Hindi Diwas 2024 कलाकार हो अगर नही भी हो तो कुछ फंक्शन होते है, उसमें आप जरूर भाग लेते हो। ऐसे ही आप एक नाटक करके एक ग्रामीण स्तर पर शहरी स्तर पर या फिर नाटकीय कार्यक्रम जैसे चौराहे पर सड़क पर आवागमन स्थान पर एक नाटकीय प्रोग्राम करके हिंदी भाषा का महत्व और Hindi Diwas की महत्वाकांक्षा और भाषा के प्रति प्रेम लोगों को बता सकते हैं। और उसका साधारण सा उद्देश्य किसी को कहानी लिखकर या कविता पढ़कर सुना कर, दोस्त नाते रिश्तेदार कुछ नया शब्द गीत शायरियां कुछ फिल्मों की कहानियां अपने विचार साझा कर के और वह आपका महत्व होना चाहिए हिंदी भाषा के प्रति जो हिंदी दिवस के लिए बहुत महत्वपूर्ण रखता है ऐसे आप Hindi Day को मना सकते हैं।
गांधी जी ने भी हिंदी भाषा को राजभाषा बनाने के लिए कहा
देश में हम किसी व्यक्ति को अगर जानते हैं, अच्छे से या ना भी अच्छे से तो नाम गांधी जी का सबसे उच्च स्थान पर आता है महात्मा गांधी। जिनका जन्मदिन सबको याद होता है और उनके बारे में कुछ ना कुछ किसी से भी पूछो हर कोई बता देता है इसी महान व्यक्ति ने सन 1918 में Hindi Diwas लागू होने के पहले। लगभग 30 वर्ष पहले वर्ष 1918 में महात्मा गांधी जी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन में कहा था की हमारी एक दूसरे से वार्तालाप कम्युनिकेशन करने वाली भाषा हिंदी को राजभाषा बनानी चाहिए। इसका प्रस्ताव उन्होंने 30 वर्ष पहले हिंदी साहित्य सम्मेलन में दे दिया था, पर इस बात को गौर करने के लिए संविधान निर्माता को सन 1949 में सोचना पड़ा और 1953 में पूरे भारतवर्ष में लागू करना पड़ा और फिर 14 सितंबर से प्रतिवर्ष हिंदी दिवस के रूप में मनाना शुरू किया। ऐसे ही कोई भी कार्य बोलने से संभावित संभव नहीं होता है इसके लिए महान व्यक्ति को पहले से प्रयास करना होता हैं, पहली पहल करनी होती और वो गांधी जी ने शुरुआत करी थी उसके बाद ही Hindi Diwas का निर्णय लिया। और आज उसी रूप में हम 14 सितंबर को प्रतिवर्ष Hindi Day मनाते हैं। आशा करते है ये पोस्ट आपके लिए बड़ी उपयोगी होगी और आप भी जान सकेंगे की हिंदी दिवस का क्या महत्व है। जिस भाषा में हम बात करते हैं अगर यह विचार आपको पसंद आया तो इस पोस्ट को अपने ग्रुप में अपने मित्र बंधुओ को जरूर साझा करना। धन्यवाद!
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